Day: April 29, 2025

हम चुप हैं जब बोलना चाहिए, और बँटे हुए हैं जब एक होना चाहिए। सोचो... क्या हम कंकर हैं या पर्वत? भारत की मिट्टी पुकार रही है — जागो, एक बनो, वरना इतिहास दोहराएगा।
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