राम धर्म हैं
राम अर्थ हैं
राम काम हैं
राम मोक्ष हैं
शिव के राम हैं
शिव हैं राम के
राम ही मंदिर
राम पुजारी
राम ही रस्ता
राम ही मंज़िल
राम फूल हैं
राम है माली
राम हैं मन में
राम हैं तन में
राम ही तो हैं
कण कण में
राम जन्म में
राम मृत्यु में
राम सत्य
ये नाम सत्य
राम को पाना
यही लक्ष्य है
भला करो तुम
वही साक्ष्य है
राम ही सूरज
रात्रि राम है
मोक्ष्य पाए
जो जपे राम है
सब भक्त हैं
श्री राम के
राम भक्त हैं
हनुमान के
राम है राजा
राम हैं भ्राता
राम पति
और पुत्र राम हैं
सारे कर्म
और धर्म को माना
जिस विष्णु ने
वही राम हैं
चाहे रावण
जिस हाथों मरना
पाप मिटाए
वो द्वार राम हैं
जिस बालक ने
तोड़ा पिनाक
वो शूरवीर
बालक ही राम हैं
जो पुल बना के
सीता को ढूंढे
वो प्रेम प्रतीक
स्वामी ही राम हैं
जो महल छोड़
जंगल में बसे
वो वचन धारी
बेटा ही राम है
दुःख भरे से
जीवन में भी
जो मुस्कुराए
वो ही तो राम हैं
वेदान्त खण्डेलवाल